दूर उन यादो से हूँ मगर```` यादें ```` यादें आज भी वो पास मेरे हैं ``````````
बाहर से दिखता है उजाला मगर अंदर ``` अंदर अँधेरा वही घेरे है ````````
कहना चाहता हूँ बहुत कुछ पर शब्द `````शब्द न जानें कहाँ खो गए हैं ```````
शब्दों में जीने वाले हम ```` हम आज महज़ चंद शब्दों के हो गए हैं `````
~*~ @π!k€t_kum@₹_bhaarat ~*~