मुंशी प्रेमचन्द
~*~ @n!k€t_kum@₹_bhaarat ~*~
~*~ अनिकेत कुमार {भारत} ~*~
Home
Image Gallery
Video Gallery
Blog & Articles
Patriotic
Mythological
Love Poems /Sayaries
Short Quotes
Others
Other Authors
Child Poems
Your Views
Blog
Other Authors
मुंशी प्रेमचन्द
मुंशी प्रेमचन्द
Share
~*~ Blogs ~*~
Patriotic
1 .
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
2 .
जय जय जय हे भारतमाता`````
3 .
Poem on Gandhi ji
4 .
A tribute
5 .
वो थें शास्त्री जी हमारें, हमारें देश की शान
6 .
पहले मैं एक इंसान हूँ
7 .
हिन्दी दिवस
8 .
जय जय जय हे भारतमाता
9 .
जब मर रही थी भारतमाता
All posts
Mythological
1 .
माता सीता का धरती में समाना
2 .
आया दशहरा पुनः```` पुनःरावण हम जलाएंगे
3 .
नर - नारायण
4 .
कपि एक सूर्य के पास जो आयो
5 .
श्री राम मंदिर
6 .
पुनः उठी वो बात पुरानी
7 .
अतयंत मनोहारी, मंगलकारी दिन है आया
8 .
पहले मैं एक इंसान हूँ
9 .
श्री राम मंदिर
10 .
धर नव रूप माँ दुर्गा आयीं
11 .
लगा कर स्वर पर अपने विराम
12 .
चार दिनों की प्रीत जगत में
13 .
अपने गीतों के माध्यम से
All posts
Love Poems /Sayaries
1 .
बहाने बहुत थें
2 .
आज भी ये दिल```
3 .
ख़ामोशी महज़ ख़ामोशी नहीं ,
4 .
काश कोई एक लम्हा होता
5 .
जी रहां हूं अकेले,
6 .
हम भी अच्छे हो गए
7 .
एक अतीत
8 .
कभी जो तुम पास हमारें थें`
9 .
ख़ामोश नहीं रहतीं आँखें``आंखें भी बहुत कुछ कह जातीं हैं```
10 .
बन परवाना शमा की ओर जलने ना जाऊंगा````
11 .
यूँ ना देखो दर्पण को```
12 .
हम तो करेंगें इन्तज़ार
13 .
कहने को तो बहुत कुछ है
14 .
जी रहा था तब तक
15 .
कुछ सवाल
16 .
ख़ुश था तब तक.
17 .
फिर चला हुं वीराने में
18 .
गुमनामी ही हमारी पहचान हैं
19 .
मौन पर मैं रहता हूं..
20 .
ना था छोटा तब तक
21 .
बहुत ही गहरा एक राज़ हूं मैं...
22 .
वो अनिकेत कहां हम है।
23 .
बहुत से मिले हुनर,
24 .
ख्वाबों में ही जी लेता हूं ...
25 .
मयस्सर जो होती
26 .
पर मैं ना बदला
27 .
जागती आंखों से देखें जो सपने,
28 .
गुमनामी
29 .
दूर उन यादो से हूँ मगर
30 .
एक बार मोहब्बत कर बैठें थें
31 .
फिर एक शाम ढली`````` फिर तेरी याद आयी
32 .
कभी जो तुमसे नज़रे मिली
33 .
दिल में उठता है दर्द``` आतीं हैं जब यादें बेदर्द```
34 .
हमने तुमको चाहा कितना ये तुम क्या जान पाओगें
35 .
जब साथ चले तो लगा साथ है निभाना
36 .
जिन्होंने दिया हैं ज़ख़्म ला कर के वही दें मरहम```
37 .
ज़िन्दगी किस मोड़ से गुजरी
38 .
मान के दुनिया तूझे
39 .
कोई तो आस पास रहता है
40 .
अनगिनत इच्छाएं मन की
41 .
उठो चलो हमें चलना है
42 .
इतनी जल्दी भी क्या है
43 .
फिर चला हूं , अतीत में मैं,
44 .
इन राहों से तुम भी हो अनजान
45 .
कभी कुछ था देखा तुममें
46 .
भविष्य बनाने की ख्वाहिश थी
47 .
दिन वो फिर आएंगे
48 .
मुट्ठी में बंद किया था वक़्त को,
49 .
वक़्त और मोड़
All posts
Short Quotes
1 .
Innocency and attitude
2 .
We don't collect the MEMORIES
3 .
A thoughtful person
4 .
A legend
5 .
Happiness
6 .
Smile....
7 .
Let the days go
8 .
Life shines life sparkles
9 .
Pain you Gain
10 .
Politeness the egoism
11 .
Time shows a lot of things
12 .
Take care of today
13 .
A new start...
14 .
Its possible to look back
15 .
Smile -- My Friend
16 .
Live today wisely
17 .
Colors of life
18 .
Time makes changes
19 .
To make the way
20 .
Smile....
21 .
Say shhh. To mind
22 .
They can't understand you.
23 .
social life and social networking life
24 .
It's easy to CREATE
25 .
Its my style
26 .
Sometimes its better to be silent
27 .
The adverse conditions
28 .
Leave and live
29 .
The real attitude
30 .
It is easy to talk
31 .
If u r laughing
32 .
Wandering
33 .
Silence
34 .
Attitude and Morals
35 .
Your Reality
36 .
Attitude and Smile
37 .
I believe in heros
38 .
look forward`` move ahead
39 .
Everyone’s life
40 .
In the darkness searching for the light
41 .
we are not the organizers
42 .
He also cries
All posts
Others
1 .
A tribute to loving ones
2 .
बन हमसफ़र संग सफर में चलना है तब तक
3 .
Women's Day Special
4 .
ये जीवन
5 .
मैं राखी कच्चे धागे की
6 .
सभ्यता का मुखौटा
7 .
अकेला पर न जानो
8 .
ज़्यादा सोच
9 .
राजा और राज्य
10 .
देखा है बिगड़ते भी उनको
11 .
सूरज
12 .
गरीबों की व्यथा
13 .
हां मैं चुप हूं,
14 .
dedicated to Sir Charles Spencer "Charlie" Chaplin
All posts
Other Authors
1 .
चाणक्य
2 .
मुंशी प्रेमचन्द
3 .
वे और तुम
4 .
by Ravindra jain ji
All posts
Child Poems
1 .
चार दिशाएं
2 .
माटी का हैं कर्ज़ चुकाना { बाल कविता }
3 .
15 अगस्त { बाल कविता }
4 .
सुबह सुबह जब आँखे खोलो
5 .
सूरज चाचा जब हैं जातें,
All posts
~*~ Related Post ~*~
चाणक्य
Read
मुंशी प्रेमचन्द
Read
वे और तुम
Read
by Ravindra jain ji
Read